गुरु (संस्कृत शब्द, अर्थात भारी या महत्वपूर्ण, इसलिए आदरणीय या श्रद्धेय ), हिन्दू धर्म में एक व्यक्तिगत अध्यात्मिक शिक्षक या निर्देशक, जिसने...
अज़ान का मतलब है उद्घोषणा
हमारा भारतीय समाज कई संस्कृति और कई भाषाओं का अनोखा गुलदस्ता है , गाहे- बगाहे हमें विभिन्न भाषाओँ के उन शब्दों को अंगीकार करने की आवश्यकता म...
अनुरोध है, .... इस यात्रा में शामिल हों
"ले अभाव का घाव ह्रदय का तेज मोम सा गला अश्रु बन ढला सुबह जो हुई सभी ने देख कहा --- शबनम है !" - सरस्वती प्रसाद ज़िन्दगी के दर्द...
अपनी सकारात्मक सहभागिता का विश्वास दिलाता हूँ : सुमन सिन्हा
जैसा कि आप सभी को विदित है कि आगामी कुछ महीनों बाद लखनऊ में अन्तराष्ट्रीय हिंदी ब्लॉग उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है और इसके क्रियान्वयन ...
क्या हिन्दी में बेहतर ब्लॉग लेखन की शुरुआत हो चुकी है ?
आज जिस प्रकार हिंदी ब्लॉगर साधन और सूचना की न्यूनता के बावजूद समाज और देश के हित में एक व्यापक जन चेतना को विकसित करने में सफल हो रहे हैं...
सलाम एक ग़रीब की महानता को
आज दिनांक 31.05.2010 को परिकल्पना ब्लोगोत्सव-2010 के अंतर्गत बीसवें दिन के कार्यक्रम का लिंक - ब्लोगोत्सव की आखिरी परिचर्चा : क्या आत्मा अ...
समान्तर मीडिया की दृष्टि से कितनी सार्थक है हिन्दी ब्लोगिंग .......
आज दिनांक 28.05.2010 को परिकल्पना ब्लोगोत्सव-2010 के अंतर्गत उन्नीसवें दिन के कार्यक्रम का लिंक - तीन दिवसीय प्रथम अन्तराष्ट्रीय हिंदी ब...
अंग्रेज तो हिन्दुस्तान को आज़ाद छोड़ कर चले गए, लेकिन अपने पीछे हिंदी भाषा को अंग्रेजी का गुलाम बना कर गए
आज दिनांक 26.05.2010 को परिकल्पना ब्लोगोत्सव-2010 के अंतर्गत अठारहवें दिन प्रकाशित पोस्ट का लिंक- एक सीमा तक करें शैतानियाँ, ना किसी का दि...
ब्लोगिंग को विचारों का साझा मंच बनाएं, गुणवत्ता का ध्यान रखें : देवमणि पाण्डेय
श्री देवमणि पाण्डेय का 4 जून 1958 को अवध की माटी में जन्म। ठेंठ सुल्तानपुरी। हिंदी और संस्कृत के सहज साधक। कवि तो हैं ही मंच संचालन के महार...
दिनांक २४.०५.२०१० को आयोजित कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
आदरणीय मित्रों, स्थानीय स्तर पर उत्पन्न अपरिहार्य व्यवधान के फलस्वरूप ब्लोगोत्सव-२०१० के सत्रहवें दिन का कार्यक्रम अचानक स्थगित करना पडा, ज...
ब्लोगोत्सव-२०१० के अंतर्गत कार्यक्रम में अवरोध हेतु हमें खेद है
प्रिय मित्रों, ब्लोगोत्सव-२०१० के अंतर्गत दिनांक २१.०५.२०१० को होने वाले कार्यक्रम अचानक नेटवर्क में हुई गडबडियों के कारण स्थगित करना पड़ रह...
रावण का अंतरद्वंद : गगन शर्मा
आकाश मे अपने पूरे तेज के साथ भगवान भास्कर के उदय होते ही आर्यावर्त के दक्षिण में स्थित सुवर्णमयी लंका अपने पूरे वैभव और सौंदर्य के साथ जगमगा...
हिंदी के अनुकूल होती जा रही है आईटी की दुनिया : बालेन्दु शर्मा दाधीच
आज के कोई सात साल पहले भारतीय भाषाओं का एक महापोर्टल शुरू हुआ था, नाम था- नेटजाल.कॉम। वह हिंदी और अंग्रेजी सहित नौ भा षाओं में बनाया गया ...
हमें गर्व है हिंदी के इस प्रहरी पर
पिछले दिनों मैंने विदेशों में रहकर हिंदी के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रमुख व्यक्तियों से आपका परिचय कराया . आज इस श...
इस कविता का एक-एक शब्द अनमोल है...!
मैंने हमेशा एक फकीरी ज़िन्दगी जी है, 'क्यूँ' मेरे शब्दकोष में कभी नहीं रहा......यह 'क्यूँ' बस दूर करता है. अमृता मेरी जिं...
हमें गर्व है हिंदी के इन प्रहरियों पर -2
विदेशों में बसे हिंदी सेवी की चर्चा के दौरान पिछले पोस्ट में आप सभी ने सुश्री पूर्णिमा वर्मन : संयुक्त अरब इमारात (यूएई) / श्री सुमन कुमार...
क्या इतना नेक होना संभव है ?
श्रमिक दिवस पर विशेष प्रस्तुति : क्या इतना नेक होना संभव है ? आज मजदूर दिवस है और इस दिवस डा0 कविता किरण मजदूरों की पीड़ा को रेखांकित...
हमें गर्व है हिंदी के इन प्रहरियों पर -1
विदेशों में हिन्दी के प्रचार-प्रसार से जुड़े हिन्दी-प्रेमी () सुश्री पूर्णिमा वर्मन : संयुक्त अरब इमारात (यूएई) संपादक : विश्वजाल पत्रिक...
युनिकोड एक ऐसी कोडिंग प्रणाली, जिसमें विश्व की सभी जीवंत भाषाएँ समाहित हैं
कुछ ही दिन पूर्व एक विद्वान् लेखक का शोधपूर्ण तकनीकी लेख पढ़ा. “बहुत कठिन है डगर पनघट की”. इस लेख में पाँच तकनीकी बाधाओं का उल्लेख करते हुए...
बुद्धिजीवी होना भी एक चस्का : डा० अरविन्द मिश्र
आज डा अरविन्द मिश्र का यह आलेख राष्ट्रीय सहारा के दिनान्क२६.०४.२०१० को प्रकाशित हुआ है ...सूचनार्थ यहाँ प्रस्तुत है- पुन: परिकल्पना ...
मैं हिंदी हूँ !
मैं हिंदी हूँ ! विश्व के लगभग १३७ देशों में हमारे अनुयायी बसते हैं, वे मुझसे वेहद प्रेम करते हैं। १९९८ के पूर्व मातृभाषियों की संख्य...
हमें गर्व है हिंदी के इस प्रहरी पर
उगते सूरज के देश जापान से हिंदी प्रेम का पैग़ाम देने वाला कोई भारतीय नहीं, जापानी मूल के मिज़ोकामी हैं, जो ओसाका विश्वविद्यालय के हिंदी विभा...