![बच्चे तो बच्चे, बाप रे बाप : रवीन्द्र प्रभात के हाइकु](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEha1NNDL1QxhjZdxc_yr01e7QN2X1N4-nOZmn_0XaKg0WkH088B9hAmLQ5tJy3qNHFDsfkohn1cijwvHDU7Y-1d5bN1NjVTMK44onzsPilcswWsEHeVdbQZzkBv9aWRlA8BA0ABeI0qJQ/s72-c/children_running_raipur_cg_2017123_101524_23_01_2017.jpg)
(एक) भागते बच्चे हवा से होड़ लेके बदहवास। (दो) रार ठानूंगा जाऊंगा शिखर पे मैं न मानूंगा । (तीन) उम्मीद रख समर को जीतके आन...
(एक) भागते बच्चे हवा से होड़ लेके बदहवास। (दो) रार ठानूंगा जाऊंगा शिखर पे मैं न मानूंगा । (तीन) उम्मीद रख समर को जीतके आन...